
रघुवीर यादव एक फिल्म अभिनेता, एक थिएटर आर्टिस्ट,
एक गायक, एक संगीतकार और एक सेट डिजाइनर के रूप में हमारे
सामने आते हैं और बहुमुखी प्रतिभा से समय-समय पर अवगत करवाते हैं। लगभग तीन दशक से
अभिनय कर रहे 60 वर्षीय रघुवीर यादव, एकमात्र बालीवुड अभिनेता
हैं, जिनकी आठ फिल्मों ने सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की
केटेगरी में भारत का प्रतिधित्व किया है। इन फिल्मों ने आस्कर में अलबत्ता कोई
अवार्ड तो नहीं जीता, लेकिन दो फिल्में सलाम बॉम्बे (वर्ष
1988) एवं लगान ( वर्ष 2001) नामांकन में अंतिम पांच फिल्मों की दौड़ तक अवश्य
पहुंची हैं।
रघुवीर यादव की न्यूटन इस वर्ष 26 फिल्मों (जिसमें
बाहुबली-दो भी थी) को पीछे छोड़ कर आस्कर अवार्ड के चुनी गई है। इससे पहले रघुवीर
यादव की सात फिल्मों-सलाम बॉम्बे (वर्ष 1988) रूदाली (वर्ष 1993), बेंडिट क्वीन (वर्ष 1994), 1947 अर्थ (वर्ष 1998), लगान (वर्ष 2001), वाटर (वर्ष 2005) और पीपली लाइव (वर्ष 2010) ने आस्कर अवार्ड में भारत का
प्रतिनित्व किया है।
पचास वर्ष पूर्व घर से भागने वाले रघुवीर यादव ने कभी भी
अवार्ड को ध्यान में रख कर अभिनय नहीं किया। वे प्रत्येक फिल्म में अपनी भूमिका
पर एकाग्रचित हो कर काम करते हैं। रघुवीर यादव की आस्कर अवार्ड के लिए भेजी गई आठ
फिल्मों में उनकी भूमिका कहीं छोटी तो कहीं बड़ी थी,
लेकिन वे सलाम बॉम्बे में ड्रग एडिक्ट की चिलम और लगान की भूरा की
भूमिका को याद करते हैं और उन्हें अविस्मरणीय मानते हैं। धूम्रपान न करने वाले
रघुवीर यादव ने सलाम बॉम्बे ड्रग एडिक्ट की भूमिका निभाने के लिए कई ड्रग एडिक्टों
का आर्ब्जवेशन किया और एक वर्कशाप में भाग लिया था। वैसे उन्हें भूमिका की मांग के
अनुरूप कभी सिगरेट या बीड़ी पीना पड़े तो उन्हें धूम्रपान करना मुश्किल लगता है।
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गुलुश जी, नमस्कार, आपसे संपर्क करना है, कृपया आपना ईमेल दें, मेरा पता है anandexpt[at]gmail[dot]com.
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